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Post Date: 13 December 2020 | 07:45 AM
बिहार सरकार ने मुख्यमंत्री निजी पौधशाला (अन्य प्रजाति) योजना के लिए आवेदन आमंत्रित किया है इक्छुक किसानो से पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अंतर्गत पौधशाला स्थापित कर हरियाली एवं आमदनी बढ़ाने, रोजगार बढ़ाने और घर घर में खुशहाली लेन के लिए।
जीविका समूह या इसके सदस्य / प्रगतिशील कृषकों के माध्यम से पौधशाला स्थापना से अलग-अलग प्रजातियों के उत्तम गुणवत्ता के ज्यादा संख्या में पौधे तैयार होंगे जिससे वृक्षारोपण के लक्ष्य को पूरा किया जा सकेगा। साथ-ही भुकों के आय के साथ-साथ रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी।
योजना के बारे में | |
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योजना का नाम | मुख्यमंत्री निजी पौधशाला योजना |
विभाग का नाम | पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग |
राज्य | बिहार |
आवेदन करने की तिथि | 02 दिसंबर से 28 दिसंबर तक |
वेबसाइट | www.forest.bih.nic.in |
विशेष जानकारी के लिए | मो० नं०- 9473045992, व्हाट्सएप नं०- 7903162319 |
महत्पूर्ण तिथि
प्रजाति :-
सागवान, सेमल, गम्हार, महोगनी, पीपल, कटहल, आँवला, बड़, पाकड़, अमलतास, महुआ, नीम, शीशम, इमली, अर्जुन, बकैन, करंज, खैर इत्यादि। प्रत्येक पौधशाला के लिए प्रजातिवार संख्या आवंटन के साथ इंगित किया जायेगा।
पौधशाला स्थापना के लिए सहयोग :-
पौधशाला स्थापना के लिए तकनीकी जानकारी। पौधशाला स्थापना के लिए पॉलिथीन न्यूनतम दर पर उपलब्ध कराने में आवश्यकतानुसार सहयोग। गोबर, खाद, रसायनिक खाद, पौधशाला उपकरण इत्यादि न्यूनतम दर पर क्रय कराये जाने में आवश्यकतानुसार सहयोग।
योजना का विस्तार :-
योजना का विस्तार राज्य के प्रत्येक प्रखंड में किया जायेगा, इसमें राज्य के सभी जिले शामिल हैं।
कृषकों /लाभुकों को लाभ :-
पौधों के लिए कुल राशि (औसत रु0 11.00 प्रति पौधा) दो किस्तों में (पहला किस्त देय राशि का 40%, तथा दूसरा किस्त 60%) भुगतान किया जायेगा।
योजना में शामिल होने के लिए पात्रता :-
आवेदक की अपने नाम से या लीज पर जमीन होनी चाहिए।
चयन में प्राथमिकता :-
जमीन समतल, ऊँची जल-जमाव मुक्त होनी चाहिए। जमीन पर 100 मीटर के दायरे में सिंचाई की सुविधा होनी चाहिए। पूर्व के वर्षो में विभाग अथवा अन्य माध्यम से पौधशाला कार्य का अनुभव। जीविका समूह तथा पौधशाला संचालन में अनुभव रखने वाले प्रगतिशील कृषकों को प्राथमिकता दी जायेगी।
आवेदन कैसे करे